आधार से लिंक होगा ड्राइविंग लाइसेंस, चालान बना तो बैंक अकाउंट से कटेगा पैसा..
नई दिल्ली.
बैंक अकाउंट, पैन और मोबाइल नंबर के बाद अब ड्राइविंग लाइसेंस को भी आधार कार्ड से लिंक करना होगा। केंद्र सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। मकसद, देश में नकली ड्राइविंग लाइसेंस बनना और अपराध को रोकना है। आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि वह ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक करने पर विचार कर रहे हैं। इस बारे में उन्होंने ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर गडकरी से भी बात की है।1
साल में पूरा
हो जाएगा काम...
- रविशंकर प्रसाद शुक्रवार को डिजिटल हरियाणा समिट में बोल रहे थे। इसके लिए देश के आरटीओ के सिस्टम को आधार से लिंक किया जाएगा।
- वहीं, केंद्र सरकार के एक अफसर मुताबिक सरकार यह भी सोच रही है कि अगर किसी शख्स का चालान हुआ है और उसने इसे नहीं चुकाया तो उसके खाते से यह पैसा सीधे ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को चला जाएगा।
दो कदम उठाए जाएंगे
- इससे पहले दो कदम उठाने की भी बात की जा रही है।
- पहला, इस तरह के नोटिस उन्हीं सड़कों के लिए हो, जहां पर सीसीटीवी लगे हों। ताकि उससे जुड़े शख्स को रूल वॉयलेशन की तस्वीर भी भेजी जा सके।
- दूसरा, अगर सीसीटीवी नहीं है, तो ट्रैफिक लाइट पर खड़ा सिपाही या ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का कर्मचारी सड़क पर रूल वॉयलेशन की फोटों खींचकर प्रमाण के तौर पर चालान के साथ अटैच करें।
- ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री देश के बिजी हाईवे को सीसीटीवी से लैस करने के लिए राज्यों के साथ बातचीत कर रहा है। इसके अलावा ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से जोड़ने की प्रोसेस भी दो चरणों में पूरी होगी। पहला- नए लाइसेंस बिना आधार नंबर के नहीं बनाए जाएंगे। दूसरा-एक निश्चित अवधि में पुराने लाइसेंस को आधार से लिंक किया जाएगा।
इस तरह अकाउंट से कटेगा पैसा
- किसी भी शख्स के मोबाइल पर अकाउंट से पैसा कटने से पहले मैसेज आएगा। आपत्ति है तो वह शख्स सेंट्रलाइज नंबर या वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करा पाएगा। बैंक के पास भी चालान का नोटिफिकेशन जाएगा। फिर बैंक व्यक्ति को नोटिफिकेशन भेजकर इस बारे में पूछेगा कि उसके अकाउंट से पैसा काटा जाए या नहीं।
आधार लिंक होने से ये फायदे होंगे
- रोड से जुड़े रूल्स का वॉयलेशन करने वाला कोई भी शख्स एक जगह अपराध करने के बाद दूसरे नाम से कहीं लाइसेंस नहीं बनवा पाएगा।
- अगर कहीं पर कोई दुर्घटना होती है तो पीड़ित की पहचान की जा सकेगी। यदि किसी ने मेडिकल इंश्योरेंस लिया होगा तो एक्सीडेट की स्थिति में उसे तत्काल उसका लाभ मिल पाएगा।
18 करोड़ लाइसेंस, 1.12 अरब आधार
- देश में 18 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस हैं, जबकि 1.12 अरब लोगों के पास आधार कार्ड है। यह कुल आबादी का 88.2% है।
- वहीं, देश में 2.25 करोड़ से ज्यादा कार हैं। यानी हर 1000 व्यक्ति पर 18 कारें हैं। देश में 16 करोड़ से ज्यादा टू-व्हीलर हैं। रोजना औसतन करीब 54 हजार गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होता है।
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