क्या पेट्रोल-डीजल के दाम बुलेट ट्रेन का लोन चुकाने के लिए बढ़ाए: शिवसेना - BollyWood Tadka

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Wednesday, 20 September 2017

क्या पेट्रोल-डीजल के दाम बुलेट ट्रेन का लोन चुकाने के लिए बढ़ाए: शिवसेना

Should the petrol and diesel prices be increased to pay the bullet train loan: Shiv Sena..

मुंबई. पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाए जाने पर शिवसेना ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है। शिवसेना ने कहा, "क्रूड ऑयल की कीमतों में कमी के बावजूद तेल  बढ़ी हुई हैं। क्या ऐसा बुलेट ट्रेन के लिए जापान से लिए गए लोन का इंट्रेस्ट चुकाने के लिए किया गया है?' दो दिन पहले ही शिवसेना ने कहा था, "पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें हीं देश में किसानों के सुसाइड की बड़ी वजह हैं।

सामना में लिखा एडिटोरियल...
- शिवसेना के माउथपीस सामना के एडिटोरियल में लिखा गया, "जो लोग सरकार में बैठे हुए हैं, वो महंगाई पर बात नहीं करना चाहते हैं और ना ये चाहते हैं कि दूसरे इस पर बात करें। फ्यूल प्राइस सिर से ऊपर गुजर गया है और आम आदमी को इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है। अगर सरकार में बैठे लोग 4 महीनों में 20 बार बढ़े दामों का सपोर्ट कर रहे हैं तो ये सही नहीं है।"

कन्ननथानम पर भी किया था कमेंट

- इससे पहले शिवसेना ने अल्फोंस कन्ननथानम के
बयान की निंदा की थी।
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शिवसेना ने कहा था, "यूनियन मिनिस्टर कन्ननथानम का बयान गरीबों और मिडल क्लास लोगों की इनसल्ट है। जिनके पास कोई योग्यता नहीं है और लोगों से कोई कनेक्शन नहीं है, वे देश को चला रहे हैं।"

यूपीए में कभी कीमतें ज्यादा नहीं हुईं

- सामना में लिखा गया, "यूपीए सरकार के वक्त क्रूड ऑयल की कीमतें 130 डॉलर प्रति बैरल थी। इसके बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतें 70 रुपए और 53 रुपए प्रतिलीटर से ज्यादा कभी नहीं बढ़ीं। इसके बावजूद अपोजिशन ने सड़कों पर प्रोटेस्ट किया था और संसद को भी डिस्टर्ब किया। आज क्रूड की कीमतें 49.89 डॉलर्स प्रति बैरल है। लेकिन, लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है। इसकी जगह पेट्रोल आझ 80 और डीजल 63 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है। ये लोगों को लूटने के जैसा है।"

क्या बयान दिया था कन्ननथानम ने?

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केंद्रीय मंत्री अल्फोंस कन्ननथानम ने 16 सितंबर को कहा था, "सरकार टैक्स इसलिए लगा रही है ताकि गरीब अच्छी जिंदगी जी सकें। पेट्रोल डीजल कौन खरीदता है? ऐसा शख्स जिसके पास कार हो, बाइक हो। निश्चित रूप वो भूखे नहीं हैं।"
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कन्ननथानम ने कहा था, "हम टैक्स इसलिए लगा रहे हैं ताकि गरीबों की जिंदगी अच्छी हो सके। आज जो पैसा इकट्ठा किया जा रहा है, उसे हम लोग चुराएंगे नहीं। पेट्रोल डीजल कौन खरीदता है? ऐसा शख्स जिसके पास कार हो, बाइक हो। निश्चित रूप वो भूखे नहीं हैं। ऐसा ही शख्स खरीदता है, जो पे कर सकता हो, तो उसे पे करना चाहिए।"

पेट्रोल के दाम बढ़ने पर बैलगाड़ी में संसद पहुंचे थे अटल

- 12 नवंबर 1973 को पेट्रोल और केरोसिन के दाम बढ़ाए जाने के विरोध में  बैलगाड़ी से संसद पहुंच गए थे। इंदिरा गांधी तब प्रधानमंत्री थीं और  उस वक्त लीडर ऑफ अपोजिशन थे।

पेट्रोल के दाम 3 साल में हाईएस्ट लेवल पर
- पेट्रोल-डीजल की कीमत 3 साल के हाईएस्ट लेवल पर पहुंच चुकी है। बुधवार (13 सितंबर) को मुंबई में पेट्रोल 79.48 रु. और दिल्ली में 70.38 रु. लीटर बिका।
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इससे पहले एक अगस्त 2014 को मुंबई में पेट्रोल की कीमत 80.60 और दिल्ली में 72.51 रु. रही थी। सरकार की स्कीम के मुताबिक, 16 जून से पेट्रोल-डीजल के दाम रोज बदल रहे हैं। तब से पेट्रोल 7.48% और डीजल 7.76% महंगे हो चुके हैं। लेकिन सरकार का कहना है कि वह इसमें दखल नहीं देगी।

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